True Friendship in Hindi – सच्चे दोस्त की परिभाषा क्या है?
True friendship in hindi, सच्ची दोस्ती | What is true friendship? Can we understand this? Do we have such intellectual power to understand the friendship? Are we not so emotional, aren’t we? Because It is very subtle to understand the truthness of friendship. Let’s start thinking about this and let me share my thought on this. I am using some hindi words. You can translate it in your language.
Friendship with GOD
दोस्ती इस दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता है, एक खूबसूरत अहसास, ऐतबार हैं, विश्वास हैं, सुना था कभी कि सच्ची दोस्ती में जन्नत का सुख मिलता हैं, लेकिन मेरी किस्मत में तुम सच्चे दोस्त का साथ लिखा था, इसलिए आपने मुझे चुन लिया और वो सुख दिया जो कभी कोई नहीं दे सकता है | एक सच्चा दोस्त ही दे सकता हैं | मुझे अपनी तक़दीर पर यकीन नहीं होता हैं कि कभी मुझे ऐसा सच्चा दोस्त भी मिलेगा जिसकी एक झलक पाने की चाहत पूरी दुनिया करती हैं |
Bhagwan Hamara Sathi hain – An Experience
एक सच्ची घटना याद आती है, मैंने सुना था किसी से | एक बार कुछ लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समुद्र में नहाने गए थे, अचानक एक आदमी ने देखा कि उसके बच्चे समुद्र में नहाते हुए डूब रहे थे, तभी वो आदमी तुरंत अपने बच्चे को बचाने समुद्र में चला गया और बच्चो को बचा लिया | बच्चे तो बच गए लेकिन वो आदमी फिर डूबने लगा और समुद्र का खारा पानी उसके शरीर में जाने लगा, सभी उसमे परिवार, दोस्त डर से उसको बचाने नहीं जा रहे थे कि कही खुद न डूब जाये | जब एकदम अंतिम स्थिति थी डूबने की तो उस आदमी ने भगवान को जोर से पुकारा, हे भगवान बचा लीजिये | उसके बाद उसे कुछ पता नहीं कि वो कहां गया | २ दिन बाद जब उसे होश आया तो वो ICU में था |
हमारा सच्चा साथी एक भगवान ही है, जो हमेशा हमारी मदद करते हैं | जब सब हिम्मत हार जाते है तोह भगवान पर छोड़ देते हैं | भगवान के साथ सच्ची दोस्ती करने पे वो हमें शक्ति प्रदान करते हैं ताकि हम दुसरो के साथ भी भगवान के जैसी सच्ची दोस्ती निभा पाए |
त्वमेव माता च पिता त्वमेव ।
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विद्या द्रविणम् त्वमेव ।
त्वमेव सर्वम् मम देव देव ॥
Meaning of twameva mata cha pita twameva:
1: You Truly are my Mother And You Truly are my Father .
2: You Truly are my Relative And You Truly are my Friend.
3: You Truly are my Knowledge and You Truly are my Wealth.
4: You Truly are my All, My God of Gods.
दोस्ती से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता हैं |
दोस्ती से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता हैं, दोस्त अगर सच्चा हो तो समझ जाये कि भगवान से भेंट हो गया | श्री कृष्णा और सुदामा की दोस्ती भी प्रचलित हैं भारत देश में, श्री कृष्ण ने कैसे दोस्ती निभाई सुदामा से, ये पूरी दुनिया जानती हैं | हमारा भारत महान देश हैं जहां श्री कृष्ण और श्री राम जैसे देवता हुए हैं |
दोस्ती ऐसा रिश्ता होता हैं जिसमे आप अपने दोस्त से सभी बातें शेयर करते हैं, लेकिन दोस्ती का स्तर ऐसा गिर गया कि अब सच्चा दोस्त ढूंढने से नहीं मिलता हैं जिससे अपने मन की बातें कह सके। एक समय था जब ये दुनिया पवित्र थी, वहां कोई स्वार्थ नहीं था, वहां सुख ही सुख था वो दुनिया कहीं खो गयी और अभी चारों तरफ पाप ही पाप, सबके अंदर स्वार्थ आ गया हैं।
इस समय हमें भगवान याद आते हैं, जो हमारे सच्चे साथी हैं। श्री कृष्णा और सुदामा की कहानी से हमें सिख मिलता हैं कि हम भगवान को साथी बनाये और उनसे ही सभी बातें शेयर करें, उनसे हमें कभी निराशा नहीं मिलेगी।
लेकिन हमें भगवान का सत्य परिचय चाहिए तभी हम उनसे बातें कर सकते हैं।
परमात्मा का सत्य परिचय – बी के उषा जी
आये मैं आपसे अपने अनुभव के आधार पर कैसे नकरात्मक दोस्ती को सकरात्मक दोस्ती में बदल सकते हैं, वो बताता हूँ:
Negative Friendship to Positive Friendship
#Negative Scene 1:
लेकिन आज कल दोस्ती के मायने बदल गए हैं, ऐसे श्री कृष्ण और सुदामा के दोस्ती वाले देश में, अब दोस्त दोस्त नहीं रह गए हैं | दोस्ती का स्तर बहुत ही नीचे गिर चूका हैं | दोस्ती के बीच में अब स्वार्थ आ गया हैं | अब सच्चे दोस्त रह कहा गए हैं | 90 परसेंट दोस्ती में स्वार्थ आ चूका हैं | यह है कहानी आज के घोर कलयुग की|
#Positive Scene :
अब हमें ऐसे नकरात्मक दोस्ती से बचना चाहिए जो स्वार्थी हैं और बस स्वार्थ के लिए दोस्ती निभाते हैं | हम अपने सच्चे सच्चे साथी भगवान को भूल चुके हैं इसलिए दुःख पाते हैं | हमें उस सच्चे खुदा दोस्त को कभी नहीं भूलना चाहिए | वो हम आत्माओ का अविनाशी दोस्त हैं | जो कभी भी स्वार्थी नहीं हो सकते हैं | हमें उनसे बातें करना चाहिए और हर पल उनके साथ रहना चाहिए |
#Negative Scene 2:
अब एक बात बताएं, शराब पीना, तम्बाकू खाना, सिगरेट पीना, यह सब ख़राब आदतें हैं, लेकिन आज कल दोस्त मना नहीं करते हैं और साथ बैठकर पिने के लिए उकसाते हैं | खुद भी नशे के आदि हैं और दुसरो को भी नशा करना सीखा देते हैं | ये हैं आज कल की दोस्ती |
#Positive Scene :
हमें ऐसे दोस्तों से दूर रहना हैं और इस घोर कलयुग में अपने आप को ऐसे संगत से बचाना चाहिए | इस कलयुगी दुनिया में सब मतलबी हैं और ईष्या वश दोस्तों को शराब पीला देते हैं | जब हम परमपिता परमात्मा(GOD) को अपना साथी बना लेते हैं और हमेशा उनको याद करते हैं तोह वो भी हमें बहुत याद करते हैं और हमसे बातें भी करते हैं, और हमें सही-गलत का निर्णय करना सिखाते हैं, उनसे शक्ति प्राप्त कर हम ऐसे संगत से बच जाते हैं और परमात्मा के संग का रंग हमपर चढ़ जाता हैं |
#Negative Scene 3:
मुझे एक सच्ची घटना याद आती हैं, जहां 2 सच्चे दोस्त होते हैं, और दोनों को एक ही लड़की से प्यार हो जाता हैं, और इसके कारण दोनों दोस्त की दोस्ती, दुश्मनी में बदल जाती हैं |
#Positive Scene :
2 सच्चे दोस्त होते हैं लेकिन एक लड़की के प्यार के चलते, वो लोग आपस में दुश्मनी कर लेते हैं, इस स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए? इस स्थिति में दोनों दोस्तों को बहुत ही सोच समझकर काम लेना चाहिए, चूँकि वो दोनों सच्चे दोस्त हैं तो कोई बाहरी व्यक्ति के चलते उनकी दोस्ती में दरार कैसे आ सकती हैं | उन्हें ये बात समझना चाहिए कि लड़की जिससे प्यार करती है और वो जिसके साथ अपनी ज़िन्दगी बिताना चाहती हैं, वो स्वतंत्र हैं | और उसके इस निर्णय का दोनों को सम्मान करना चाहिए | और दूसरे दोस्त को हठ छोड़ देना चाहिए और अपनी दोस्ती भी बरक़रार रखनी चाहिए |
लेकिन इस घोर कलयुग में इसका उल्टा होता हैं और दोस्त आपस में भी लड़ते रहते हैं | ऐसा क्यों होता हैं, क्योंकि आज घोर कलयुग रूपी रात्रि में किसी आत्मा में वो शक्ति नहीं रह गयी हैं | अगर शक्ति हमें प्राप्त करना है ताकि हम सही निर्णय कर पाए और सुख-शांति से रहें, तब हमें परमपिता परमात्मा से अपने आत्मा को जोड़ना होगा ताकि हमें वो शक्ति मिल सके | अपने नजदीकी ब्रह्माकुमारी केंद्र में पधारें और परमपिता परमात्मा से कैसे शक्ति प्राप्त हो वो जाने |
Talk with Your Best Friend
इसलिए हमें एक खुदा को ही सच्चा दोस्त बनाना चाहिए, हमें अपने सभी बातें उसी दोस्त से बताना चाहिए | आज इस कलयुग में अगर हम अपनी निजी बातें किसी से बताते है तो हमारी बात सभी लोगो तक पहुंच जाती हैं | भगवान हमारे ऐसे दोस्त हैं जो कभी किसी को कुछ नहीं बताते हैं और हमारी मदद भी करते हैं | अनगिनत कमियां होने पर भी वो हमें गले लगाते हैं और हमें प्यार करते हैं |
दुनिया में सबसे खुशनसीब वे लोग हैं जिन्होंने स्वयं भगवान को अपना सच्चा दोस्त बनाकर जीवन के हर सुखों का, हर प्राप्ति का दिल की गहराइयों से अनुभव किया हैं, तो आये आप भी भगवान को अपना सच्चा साथी बनाकर अपना जीवन खुशियों से सवारें और पदमापदम भाग्यशाली बनें | अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र से संपर्क करें |
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